देवास। शुक्रवार दोपहर देवास तहसील कार्यालय में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो) की टीम ने अचानक पहुंचकर तहसीलदार हर्षल बहरानी को रंगे हाथों रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।

सूत्रों के अनुसार, तहसीलदार बहरानी ने आवेदक ताराचंद पटेल से नामांतरण, नाम सुधार और नक्शा दुरुस्तीकरण की तीन फाइलों के निराकरण के लिए ₹15,000 की रिश्वत मांगी थी।शिकायत दर्ज होने के बाद ईओडब्ल्यू की 12 सदस्यीय टीम ने ट्रैप ऑपरेशन की योजना बनाई और डीएसपी अमित कुमार के नेतृत्व में यह कार्रवाई अंजाम दी।जैसे ही तहसीलदार ने रिश्वत की राशि स्वीकार की, टीम ने तत्काल उन्हें पकड़ लिया।कार्रवाई के दौरान ईओडब्ल्यू ने रिश्वत की राशि और संबंधित दस्तावेज जब्त किए।

डीएसपी अमित कुमार वट्टी ने बताया कि यह कार्रवाई भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत की गई है।उन्होंने कहा — “हमें आवेदक की शिकायत मिली थी, जिसके बाद ट्रैप की पूरी प्रक्रिया अपनाकर तहसीलदार को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया।”

इस कार्रवाई के बाद पूरे तहसील परिसर में हड़कंप मच गया।कई अधिकारी और कर्मचारी मौके पर मौजूद रहे।ईओडब्ल्यू की टीम देर शाम तक पूछताछ और दस्तावेजी कार्रवाई में जुटी रही।